Pandit Pradeep Mishra ke Upay | जानिए पंडित प्रदीप मिश्रा जी के उपाय

Pandit Pradeep Mishra जो बहुत विख्यात एवं जाने माने कथावाचक और भजनकार है। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के रहने वाले पंडित मिश्रा जी जिनको लोग सीहोर बाले बाबा के नाम से भी जानते हैं,

सीहोर में इनका आश्रम कुबेरेश्वर धाम बहुत ही प्रसिद्ध है जहाँ इनके द्वारा शिवमहापुराण की कथा सुनाई जाती है, एवं रुद्राक्ष वितरण भी किया जाता है, आस्था चैनल पर इनके भजन और शिव महा पुराण की कथा को लाखो लोग सुनते हैं और सिर्फ भारत में ही नहीं अपितु विदेशों से भी लोग इनका अनुशरण करते है। पंडित प्रदीप मिश्रा सोशल मीडिया पर भी बहुत ही प्रसिद्ध है लाखो की संख्या में इनके फॉलोअर हैं, वह अपने भजन और कथा के माध्यम से लोगो को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित ही नहीं करते वरन लोगो को भगवन में आस्था रखते हुए भक्ति मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं और विभिन्न उपायों के द्वारा भक्तजनों को लाभ प्राप्त करने के उपाय भी बताते हैं।

कौन है पंडित प्रदीप मिश्रा जी

मध्य प्रदेश सीहोर में रहने वाले Pandit Pradeep Mishra जिनका उपनाम रघु राम है, इनका जन्म 1980 में हुआ था, इनके पिता का नाम श्री रामेश्वर दयाल जी मिश्रा था, Pandit Pradeep Mishra wife name श्रीमती जिज्ञासा मिश्रा एवं पुत्र का नाम राघव मिश्रा है। पंडित मिश्रा जी की कथा की शैली ने लोगो का मन जीत लिया लोगो को इनके बताये गए उपायों से बहुत लाभ हुआ जिससे इनकी प्रसिद्धी बढती गई, social media पर भी लाखो भक्त इनसे जुड़े हुए हैं और पंडित जी की ऑनलाइन कथा का श्रवण करते हैं और इनके उपायों को कर लाभ प्राप्त करते हैं, शिव महापुराण की कथा नियमित रूप से आस्था चैनल पर दिखाई जाती है।Pandit Pradeep Mishra Ashram Address : Kubereshwar Mahadev Mandir, Chitawaliya Hema Sehore, M.P.

पंडित प्रदीप मिश्रा जी के आसान उपाय

सावन में बेलपत्र का महत्व एवं उपाय

जब भी भगवन भोले नाथ को बेलपत्र चढ़ाये तो इस बात का ध्यान रखे की, तीन पत्तियों के गुच्छे को ही पूर्ण बेलपत्र माना जाता है और पत्तियों में छिद्र या आंशिक रूप से टूटी हुई पत्तिया भी नहीं होनी चाहिए। और इसे हमेशा चिकने भाग की तरफ से ही चढ़ाएं। एक ही बेल के पत्तों को पानी से धोकर बार-बार चढ़ा सकते हैं और बिना जल के कभी भी बेलपत्र नहीं चढ़ाना चाहिए।

  • यदि किसी के विवाह में देरी हो रही हो तो 108 बेलपत्र लेकर प्रत्येक बेलपत्र पर चंदन से राम लिखकर ‘O नमः शिवाय’ कहकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। यदि आप अपने विवाह के लिए पूजा कर रहे हैं तो नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते रहें। सभी बेलपत्र चढ़ाकर  भोलनाथ से विवाह की प्रार्थना करें। यदि यह प्रयोग सावन के किसी सोमवार या सावन की शिवरात्रि या प्रदोष के दिन किया जाए तो बहुत ही शुभ फल मिलता है।
  • स्वास्थ्य संबंधी कोई गंभीर समस्या हो तो सावन में किसी भी दिन एक कटोरी में चंदन की सुगंध, चंदन का इत्र या चंदन रखें फिर 108 बेल के पत्ते उसमें डुबोकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और “ओम हौं जूं सः” मंत्र बोलते जाएं एवं भोलेबाबा से स्वास्थ्य लाभ के प्रार्थना करें तो निश्चित ही लाभ होगा।
  • तमाम कोशिशों के बावजूद संतान नहीं हो रही है तो अपनी उम्र के जितने बेल के पत्ते लें और एक कटोरी में थोड़ा सा दूध रख लें। प्रत्येक बेलपत्र को उसमें डुबोकर शिवलिंग पर चढ़ाते “ओम नमो भगवते महादेवाय” मंत्र का जाप करते रहें। इसके बाद बचे हुए दूध को शिवलिंग पर चढ़ाएं और फिर शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। अंत में संतान प्राप्ति की प्रार्थना करें, यह प्रयोग सावन में किसी भी दिन किया जा सकता है।

व्यापार वृद्धि और नौकरी से सम्बंधित उपाय

  • यदि आपको व्यापार में लाभ नहीं मिल रहा है और नौकरी से संबंधित परेशानियां आ रही हैं तो आप इस उपाय को आजमाएं और शनिवार को सूर्यास्त के बाद भगवान में आस्था रखते हुए पीपल के पेड़ पर जाएं। और अपने साथ एक आटें का दीपक, घी,  और लाल रंग की स्याही, लाल कपड़े और लाल कलावे लेकर जाएं.  अब पेड़ के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके बाद पीपल के पेड़ के पत्ते पर लाल स्याही से अपनी मनोकामना लिखें और उस डाली को कलावा से 7 बार बांधें। ध्यान रहे कि पत्ती को ढीला बांधना है और पत्ती को तोड़ना नहीं है। कलावा को पीपल की शाखा में बांधने के बाद अपने हाथ में सात बार कलावा बांधें। अब एक पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर मंत्र-  ‘ऊँ हृी वट स्वाहा’ का पांच माला जाप करें। इसके बाद पेड़ के नीचे से एक चुटकी मिट्टी लाल कपड़े में बांधकर अपने घर ले आएं। इसे आपके घर की तिजोरी में या व्यापार जहां से पैसे का लेन-देन होता है इसे वहां रखें। शनिवार से शुरू होकर यह कार्य अगले सात दिनों तक नियमित रूप से करना है। ऐसा करने से आपकी हर मनोकामना पूरी होगी और नौकरी या व्यापार संबंधी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।
  • Pandit Pradeep Mishra जी कहते हैं यदि आप नौकरी या कारोबार को लेकर परेशान हैं और आपके बनते हुए काम भी बिगड़ जा रहे हैं तो शनिवार के दिन बरगद के पेड़ के पास जाएं. बरगद के पेड़ के नीचे हल्दी और केसर चढ़ाकर गाय के घी का दीपक जलाएं. और इसके अगले दिन सुबह यानी रविवार को स्नान करने के बाद सफेद सूत लेकर फिर उसी बरगद के पेड़ के पास जाएं और 11 बार सूत के धागे पीपल के पेड़ में परिक्रमा करते हुए बांध दें. अब आप बरगद के पेड़ के एक पत्ते पर अपनी मनोकामना लिख कर इसे नदी के बहते जल में प्रवाहित कर दें. साथ ही पेड़ के जड़ से थोड़ी सी मिट्टी अपने साथ घर लेकर आएं और इसे अपने तिजोरी या कारोबार वाले स्थान पर रख दें. ऐसा करने से शीघ्र ही आपकी मनोकामना पूरी होगी और आपकी नौकरी या कारोबार में मन मुताबिक तरक्की होनी शुरू हो जाएगी

कर्जा मुक्ति सम्बंधित उपाय

पंडित मिश्रा जी कहते हैं शास्त्रों में भी लिखा हुआ है की व्यक्ति को कर्ज लेने से बचना चाहिए जितना हो सके अपने पैसो से ही गुजारा चलाना चाहिए फिर भी यदि कर्जा ले लिया है और उस कर्ज को नहीं चुकाया तो फिर अगले जन्म में भी उस कर्ज को किसी न किसी रूप में चुकाना ही पड़ता है, इसलिए इसी जन्म में कर्ज चुका देना चाहिए।

  • Pandit Pradeep Mishra जी द्वारा शिव महापुराण की कथा के माध्यम से कर्ज मुक्ति का उपाय बताया गया है इस प्रकार है , वट वृक्ष के नीचे आपको दही की शिवलिंग का निर्माण करना है दही के शिवलिंग कि आप बट पक्ष के नीचे पूजा कीजिए जिस प्रकार से आप प्रत्येक शिवलिंग की पूजा करते हैं उसी प्रकार आप इस शिवलिंग की पूजा कीजिए ,  अभिषेक कीजिए जप , कीजिए और अंत में आपको इसमें काली तिल अर्पित करना है काली तिल अर्पित कीजिए अपने कर्ज का ध्यान रखकर महादेव से विनती कीजिए कि महादेव हम पर ऐसी कृपा करें कि हमारे कर्जा जल्दी चुक जाए इसके बाद उस शिवलिंग का विसर्जन कर दें पांच सोमवार करके देखो लक्ष्मी खुद आना प्रारंभ हो जाएगी और कितना भी बड़ा कर्जा हो वह जरूर चुक जाएगा आशा करता हूं गुरु जी का बताया गया यह उपाय आपको उपयोगी लगा होगा तो कमेंट बॉक्स में श्री शिवाय नमस्तुभ्यं या फिर हर हर महादेव टाइप करना ना भूलें।
  • एक नारियल लें और उस नारियल पर चमेली के तेल और सिंदूर से स्वास्तिक चिन्ह बनाएं, उस पर थोड़ा मीठा भोग लगाएं और मंगलवार की शाम को हनुमान जी के चरणों में चढ़ाएं और ऐसा आपको लगभग पांच मंगलवार तक करना चाहिए. दो या तीन मंगलवार को इस उपाय को करने के बाद ही आपको असर दिखना शुरू हो जाएगा।
  • शनिवार को प्रात:काल स्नान करने के बाद अपने कद का काला धागा लेकर उस काले धागे को नारियल पर लपेट दें और शनिवार के दिन नारियल को उस नदी में बहा दें जहां पानी बहता है। नारियल को उस पानी में यह कहते हुए फेंक दो कि मेरे सारे कर्ज चुका दिए जाएं। इस उपाय से भी आपको अपने कर्ज से मुक्ति का रास्ता जरूर मिल जाएगा।
  • एक और महत्वपूर्ण उपाय यह है की सोमवार को एक वट के पेड़ के नीचे एक लोटा पानी और उसमे थोड़े पीसे हुए चावल और हल्दी पाउडर डालकर वट्केश्वर महादेव का स्मरण करना, इस तरह आपको दो या तीन सोमवार तक वट्केश्वर महादेव का स्मरण करना है, वट के वृक्ष की एक जड़ को दो-तीन महीने तक अपने हाथ में या अपने पास रखना है। ऐसा करने से व्यक्ति को मानसिक परेशानी, धन संबंधी समस्या या कर्ज संबंधी समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
  • प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी को तेल और पीले सिंदूर का टीका लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से कर्ज से संबंधित सभी समस्याएं दूर होती हैं और मन शांत होता है।

धन प्राप्ति सम्बंधित उपाय

  • मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन करें ये उपाय, विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी पूजा करें. मान्यता है कि ऐसा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। गुरुवार या शुक्रवार को देवी लक्ष्मी के मंदिर में जाकर कमल के फूल, कौड़ी, शंख आदि चढ़ाएं। मखाने, बतासे, खीर के साथ देवी लक्ष्मी को गुलाब का इत्र चढ़ाएं। यह जल्द ही उसे प्रसन्न करता है। शुक्रवार के दिन काली चीटियों को आटा या चीनी खिलाएं। इससे फायदा होगा।
  • धन हानि की समस्या से छुटकारा पाने के लिए घर के मुख्य द्वार के एक तरफ थोड़ा सा डाल दें । अब इसके ऊपर घी का चौमुखी दीपक जलाएं। जलते समय मन में कहें कि मां लक्ष्मी को धन हानि से संबंधित समस्याओं से छुटकारा दिलाएं । इसके बाद जब दीपक बुझ जाए तो उसे बहते पानी में विसर्जित कर दें।
  • विधि अनुसार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ श्री सूक्त और विष्णु सहस्त्र का पाठ करें। धन की कभी कमी नहीं होगी। शुक्रवार के दिन 11 गांठ हल्दी को पीले कपड़े में बांध लें। इसके बाद “ऊँ वक्रतुण्डाय हुं” मंत्र का 108 बार जाप करें। इसके बाद मां लक्ष्मी जी का आशीर्वाद लेने के साथ इस कपड़े को तिजोरी में रख दें।
  • शिव पुराण के अनुसार जो व्यक्ति नियमित रूप से शिवलिंग की पूजा करता है उसे जीवन में दुखों का सामना करने की शक्ति प्राप्त होती है। शिव पुराण एक ऐसा ग्रंथ है, जिसमें शिव से जुड़ी रहस्यमयी बातें और ब्रह्मांड की रचना को बताया गया है। इस पुराण में कई चमत्कारी उपाय बताए गए हैं, जो हमारे जीवन की धन संबंधी समस्याओं को दूर करते हैं। हर रात शिवलिंग के पास दीपक रखें, जो व्यक्ति शाम के समय शिव मंदिर में दीपक रखता है उसे अपार धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इसलिए रात्रि के समय नित्य किसी शिवलिंग के सामने दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाते समय ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। इस उपाय के साथ रोज सुबह शिवलिंग पर जल, दूध, चावल आदि का भोग लगाना चाहिए।
  • रोली और चावल का प्रयोग करें हमारे हिंदू धर्म में पूजा करते समय भगवान शिव रोली, चंदन के साथ चावल भी लगाते हैं। इतना ही नहीं हम पूजा करने वाले को रोली के साथ चावल भी लगाते हैं। हमारी हिन्दू संस्कृति में कोई भी शुभ कार्य करते समय जब हम किसी को तिलक लगाते हैं तो उसके साथ अक्षत लगाने की भी परंपरा है। इसका मतलब है कि आपके मान सम्मान में वृद्धि होती रहे, धन की प्राप्ति होती रहे और उस व्यक्ति पर हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। इसी कामना के साथ जब भी हम तिलक लगाते हैं तो उसके साथ अक्षत यानी कच्चे चावल का प्रयोग जरूर करते हैं। अक्षत को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है। अक्षत का मतलब होता है जिसका क्षय न हुआ हो। इसलिए खंडित चावल शिवलिंग पर नहीं चढ़ाने चाहिए। हमेशा शिव पूजन साबुत चावल ही चढ़ाने चाहिए।
  • वैसे तो पैसा मेहनत करने से ही आता है, लेकिन कई बार मेहनत करने के बाद भी हमारे पास पैसों की कमी हो जाती है। इसके लिए हमारी किस्मत का भी होना जरूरी है। इसलिए हम कुछ ऐसे उपाय करते हैं जिससे हमें ईश्वर की कृपा प्राप्त हो सके। इसमें शिवलिंग पर कच्चा चावल चढ़ाना भी शामिल है। प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग की विधिवत पूजा करते हुए 11 मुट्ठी चावल लें, पूजा के बाद 1 मुट्ठी चावल शिवलिंग पर चढ़ाएं और शेष चावल मंदिर में दान करें या जरूरतमंदों को दान करें। यदि आप 7 सोमवार को ऐसा करते हैं तो आपको भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और अचानक धन की प्राप्ति होती है।
  • तुलसी का पौधा: अपने घर में जरूर लगाएं तुलसी का पौधा। रविवार और एकादशी को छोड़कर हर रोज सुबह स्नान करने के बाद तुलसी को जल अर्पित करें। शाम को भी दीपक जलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और ढेर सारा धन देती हैं।
  • गाय को रोटी, पक्षियों को खिलाएं दाना : पहली रोटी रोज गाय को दें और पक्षियों को दाना खिलाएं। ऐसा करने से कई पापों का नाश होता है, जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।
  • चंद्र पूजा: चंद्रमा न केवल मन का बल्कि धन का भी प्रतीक है। जिनकी कुंडली में चंद्रमा शुभ होता है, उन्हें ऐश्वर्य का जीवन प्राप्त होता है। प्रत्येक पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा करें, इससे धन-धान्य की चौगुनी वृद्धि होती है।
  • अगर आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं तो सावन शिवरात्रि के दिन सुबह भगवान भोले भंडारी का पंचामृत और गन्ने के रस से अभिषेक करें। पंचामृत में शामिल दूध, दही, शहद, चीनी और घी शिवलिंग पर एक-एक करके चढ़ाएं। साथ ही “ ऊं पार्वतीपतए नम:” मंत्र का जाप करें। और भगवन भोले नाथ से धन की कामना करें इससे आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी

फंसा हुआ पैसा निकलवाने सम्बंधित उपाय

दूसरों की मदद करना, जरूरत पड़ने पर पैसे उधार देना अच्छी बात है, लेकिन कभी-कभी ऐसी दरियादिली अपना ही नुकसान करती है। ऐसे में लोगों को पैसा होने के बाद भी परेशानी होती है। इसके अलावा कई बार अन्य कारणों से भी पैसा कहीं अटक जाता है। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे कारगर उपाय बताए गए हैं, जो आपके वर्षों से अटका हुआ धन आपके पास आसानी से पहुंचा देंगे। अगर आपका पैसा भी कहीं फंसा हुआ है तो ये उपाय आपकी काफी मदद करेंगे।

  • अगर आपका भी पैसा कहीं फंसा हुआ है तो शनिवार के दिन हनुमान मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं। तेल में राई भी डाल दीजिए. हो सके तो दीपक के तेल में थोड़ा सा कपूर डाल दें। इसके साथ ही बजरंग बाण का पाठ करें। अंत में हनुमान जी से प्रार्थना करें कि आपका अटका हुआ धन वापस मिल जाए।
  • फंसे पैसे निकलवाने का तरीका है कि रात 10 बजे के बाद एक चौराहे पर साबुत नमक की 11 डलियां और 11 लौंग को एक नीले कपड़े में बांध कर फेंक दें.। गट्ठर पोटली फेंकते समय, उस व्यक्ति के बारे में सोचें जिसके पास आपका पैसा है। लोगों की नजरों से दूर इस उपाय को करें।
  • फंसा हुआ पैसा निकालने के लिए शुक्रवार का टोटका भी बहुत कारगर होता है। इसके लिए आप कपूर का काजल बनाएं और भोजपत्र पर उस व्‍यक्ति का नाम लिखें, जिसके पास आपका पैसा अटका हो। इसके बाद उस भोजपत्र को धन रखने के जगह या अपनी तिजोरी पर रख दें। आपको कुछ ही समय में आपका पैसा वापस मिल जाएगा।

Santan Prapti ke Upay Pradeep Mishra

पंडित मिश्रा जी के अनुसार अगर किसी के यहाँ कई साल बीतने के बाद भी बच्चे नहीं हो रहे हैं,  तो उन्हें शिव जी की आराधना अवश्य करनी चाहिए और शिव महा पुराण की कथा में बताये गए यह उपाय करने चाहिए।

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Ashok Sundari Sthan in Shivling
  • सफेद आक के इस उपाय को जरूर आजमाएं। पति-पत्नी सफेद आक की जड़ लेकर आए। स्त्री के मासिक धर्म के सातवें दिन शिव मंदिर में जाकर “तुमरूका” जी का नाम लेते हुए उस जड़ को शिवलिंग के ऊपर से 21 बार घुमाएं। फिर शिव मंदिर में ही “तुमरूका” जी का स्मरण और अपना नाम गोत्र बोलकर महिला को आक की जड़ को लाल धागे से नारी को अपने कमर में बांध लेना है इसके साथ ही, एक पीपल के पत्ते शिवजी को कुंदकेश्वर महादेव के नाम से समर्पित करके घर ले आए और उसे गाय के दूध में उबाल कर दोनो पति पत्नी को रात में सोने से पहले पी लेना है।
  • पूर्ण गर्भ धारण के लिए पंडित मिश्रा जी कहते हैं जिस महिला को गर्भ ठहर कर गिर जाता है उसे शिव महापुराण में किये गए वर्णन के अनुसार यह उपाय करना चाहिए महिला को जब गर्भ धारण हो उसके पहले या दुसरे महीने में अपने पैरो से लेकर सिर के नाप तक की एक मोली का नाप लेकर उस मोली को एक नारियल पर लपेट कर शिव जी का नाम लेकर उस शिव लिंग पर जहाँ Ashok Sundari ka sthan होता है वहां चढ़ाना चाहिए “तुमरूका” जी से विनती करनी चाहिए की उन्हें पूर्ण गर्भधारण हो, यह उपाय से ज़रूर उन्हें पूर्ण गर्भ धारण होगा।
  • नार्मल डिलेवरी के लिए भी पंडित मिश्रा जी ने उपाय बताया है जिन महिला को पहले डॉक्टर द्वारा बोल दिया जाता है की नार्मल डिलेवरी नहीं होगी, उन्हें हाथ में गुड की 7 डली लेकर शिव लिंग पर से 21 बार घुमा कर शंकर जी से आराधना कर शंकर जी में पूर्ण आस्था रखते हुए दिन में 3-4 बार में यह गुड की डली गर्भवती महिला को खिला देना चाहिए इस उपाय से नार्मल डिलेवरी होती है।

निष्कर्ष- ameetus.com द्वारा इस लेख में लिखी गई बाते जानकारी देने बाबत है, इसमें दी गई सभी जानकारी इन्टरनेट के माध्यम से प्राप्त की गई है, हम किसी भी बात की पुष्टि और दावा नहीं करते, अपने ज्ञान और विवेकानुसार ही कोई भी उपाय करें।

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